अमेरिका के फलोरिडा में चर्च के पादरी टेरी जोंस द्वारा 11 सितंबर को पवित्र कुरआन शरीफ जलाने की घोषणा से मुस्लिम व बोहरा समाज में रोष व्याप्त है। रतलाम (मध्य प्रदेश) जिला वक्फ कमेटी और इमाम ग्रुप के तत्वावधान में रविवार को सर्वर्धम जुलूस निकाल कर टेरी जॉन घोषणा का जोरदार विरोध किया गया। जूलुस में हजारों लोग शामिल हुए।जुलूस में मुस्लिम व बोहरा समाज के लोग टेरी जोंस और आंतकवाद विरोधी और इंसानियत संबंधी नारे लिखी तख्तियां लिए चल रहे थे। जिला पंचायत तिराहे पर राज्यपाल के नाम कलेक्टर के प्रतिनिधि के रूप में पहुंचे जिला पंचायत सीईओ केआर जैन को ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान युवाओं के एक ग्रुप ने अमेरिकी झंडे का प्रतीक भी फूंका और टेरी जोंस विरोधी लिखे नारों की तख्तियों को पीटकर आक्रोश व्यक्त किया।
शहीद चौक से वक्फ कमेटी और इमाम ग्रुप के बैनर तले निकाले गए जुलूस में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। जैसे-जैसे जुलूस आगे बढ़ता गया वैसे-वैसे मुस्लिम धर्मावंलबी जुलूस में जुड़ते गए। शहीद चौक से शुरू हुआ जुलूस शहर के विभिन्न मार्गों से होता हुआ जिला पंचायत चौराहा पहुंचा। यहां सभा का आयोजन किया गया, इसके बाद ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में राज्यपाल से संयुक्त राष्ट्र संघ को इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने बाबत अनुरोध करने की मांग की गई है।

चर्च की यह घोषणा गलत...अमानवीय है! दुनिया में सिर्फ भारत ही ऐसा राष्ट्र है जहा गीता---कुरान---बायबल का सन्मान होता है! इसी बात का हमें गर्व है! सीखो हे दुनियावालो हमसे .........कुछ तो सीखो!
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