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इसके साथ ही हिलेरी यह भी जानना चाहती थी कि प्रणब किस औद्योगिक घराने से संबंध रखते हैं और किसके फ़ायदे के लिए नीतियां बनाएंगे। इससे पहले गुरुवार को भी विकीलीक्स के एक खुलासे से बवाल मच गया था, जिसमें कहा गया था कि 2008 में परमाणु डील के लिए हुई वोटिंग में विश्वास मत हासिल करने के लिए आऱएलडी के सांसदों को रिश्वत दी गई थी।
वहीं कुछ दिनों पहले भी वामपंथी दलो ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया था कि वह अमेरिकी दबाव में कैबिनेट फेरबदल करती है। विकीलीक्स वेबसाइट ने कहा था कि 2006 में हुए कैबिनेट फेरबदल में अमेरिका की दख़लंदाज़ी की बात सामने आई। बीजेपी ने भी इस मुद्दे को उठाया।
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