कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट बाड्रा के आगे राजस्थान में अशोक गहलोत की कांग्रेस सरकार किस तरह नतमस्तक रही, इसकी बानगी खरीद के कागजों को देखकर समझी जा सकती है। राजस्थान के बीकानेर में किसानों से की गई 2500 बीघा जमीन की खरीद-फरोख्त के कागजातों में एक ऐसी पॉवर ऑफ अटर्नी भी देखने को मिल रही है, जिस पर न तो नोटरी के दस्तखत हैं और न ही स्टॉम्प।
इस कागज की कानून की नजर में मान्यता शून्य से अधिक नहीं, लेकिन इसके आधार पर सरकारी मशीनरी ने रजिस्ट्री तक कर डाली। जाहिर हो चुका है कि वाड्रा ने अलग-अलग कंपनियों के जरिए बीकानेर की कोलायत तहसील में हजारों बीघा जमीन खरीदी। वाड्रा की कंपनियों ने जिस तरह जमीनें खरीदी हैं, उनमें नियम प्रक्रियाओं का जमकर उल्लंघन हुआ।
अमर उजाला के पास राबर्ट वाड्रा की ऐसी पॉवर ऑफ अटॉर्नी है, जो उन्होंने महेश नागर नाम के एक व्यक्ति के नाम लिखी है। यह पावर ऑफ अटार्नी भी अपने आप में एक बड़ा सवाल खड़ा कर रही है, जो बिना स्टांप और बिना नॉटेरी के मान्य मान ली गई है। वाड्रा की कम्पनियों की ओर से वर्ष 2009 से वर्ष 2011 तक हजारों बीघा जमीन खरीदीं गई हैं।
2.5 हैक्टेयर मात्र 8.5 लाख में
बीकानेर की कोलायत तहसील के गजनेर में राबट वाड्रा की कंपनियों ने भारी मात्रा में जमीनें कौडिय़ों के दाम खरीदीं। कुछ सौदों में तो राबर्ट वाड्रा ने खुद के हस्ताक्षरों से स्टेंडर्ड चार्टड बैंक के चैक जमीन मालिकों को दिए हैं।
उदाहरण के तहत सरिता बोथरा को 8.5 लाख का चैक 2.5 हैक्टेयर जमीन खरीदने के लिए दिया। वाड्रा तीन सालों तक बंजर जमीन की कौडिय़ों के दामों में खरीद करते रहे, क्योंकि उन्हें पूर्व सूचना मिल गई थी कि यहां सौर ऊर्जा हब तैयार करने की परियोजना की घोषणा होनेवाली है। लेकिन किसानों को आभास नहीं था कि उनकी बंजर जमीन उनके दिन फिरा सकती है।
बड़ी जमीन खरीद के एक अन्य मामले के तहत एक चैक अरिजीत एग्रो प्राइवेट लिमिटेड को 91.50 लाख का दिया गया है, जिस पर भी वाड्रा के दस्तखत हैं।
काफी बड़ा रहा खरीद का पैमाना
गजनेर में खरीदी गई जमीनों के दस्तावेज देखकर साधारण आदमी भी अंदाजा लगा सकता है कि वाड्रा की कम्पनियों ने किस बड़े पैमाने पर जमीनें खरीदीं।
गजनेर में रियल अर्थ स्टेटस प्राइवेट लिमिटेड, नॉर्थ इंडिया आईटी पार्क प्रा.लि.,लंबोदर आर्ट इंटरप्राइजेज आदि सभी के पते 268 सुखेदव विहार दिल्ली के दिखाए हैं। डीएस बिल्ड मार्ट प्रा.लि., स्काई लाइट रियल्टी व अन्य का पता भी सुखेदव विहार का है। इन सभी कंपनियों में वाड्रा डायरेक्टर हैं।
वाड्रा की खरीद फरोख्त के चंद उदाहरण
कम्पनी-------------------------------------------जमीन खरीदी-----------------जमीन बेची
स्काई लाइट रियलिटी प्रा.लि. ---------------451 बीघा------------------248 बीघा
नॉर्थ इंडिया आईटी पाक्र्स प्रा.लि. ------------525 बीघा------------------260 बीघा
ब्लू ब्रीज ट्रेडिंग प्रा.लि. ----------------------499 बीघा------------------266 बीघा
स्काई लाइट हॉस्पिटेलिटी प्रा.लि. -----------555 बीघा------------------245 बीघा
रीयल अर्थ एस्टेट प्रा.लि. -------------------382 बीघा------------------104 बीघा
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