मोदी ने गुजरात में शानदार काम किए हैं - नारायण मूर्ति

अमर्त्य सेन के साथ कन्नड़ साहित्यकार प्रफेसर अनंतमूर्ति ने कुछ दिन पहले कहा था कि वे नरेंद्र मोदी को बतौर पीएम नहीं देखना चाहते हैं पर इंफोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति ने कहा है कि मैं इन दोनों की राय से सहमत नहीं हूं। मूर्ति ने एक न्यूज़ चैनल से इंटरव्यू में कहा कि वह मोदी के विकास मॉडल पर अमर्त्य सेन की आलोचना से भी इत्तेफाक नहीं रखते।

उन्होंने कहा कि मैं गुजरात इटरप्राइजेज इंस्टिट्यूट का अध्यक्ष हूं और वहां के विकास के बारे में जानता हूं। नरेंद्र मोदी से कई बार मिल चुका हूं। मूर्ति ने कहा कि मोदी ने गुजरात में शानदार काम किए हैं। खास कर सड़क और पावर के क्षेत्र में उन्होंने बहुत काम किए हैं। गुजरात देश में कई राज्यों से बेहतर काम कर रहा है। ऐसे में नरेंद्र मोदी को क्यों नहीं क्रेडिट देना चाहिए। मूर्ति से पूछा गया कि क्या वह अमर्त्य सेन और प्रोफेसर अनंतमूर्ति के उस मत से सहमत हैं कि वे नरेंद्र मोदी को देश का प्रधानमंत्री बनते नहीं देखना नहीं चाहते। इस पर मूर्ति ने कहा कि हमें उस पर जाना चाहिए कि देश के विकास के लिए कौन अच्छा हो सकता है।

2002 में गुजरात में हुए दंगों के बारे में उन्होंने कहा कि हमें इससे आगे बढ़ने की जरूरत है। देश में दंगे हर दिन होते हैं और हर जगह हुए हैं। हम वहीं अटके नहीं रह सकते। मोदी को लंबे समय से गुजरात की जनता बहुमत दे रही है। गलतियां किसी से भी हो सकती हैं। ऐसे में महत्वपूर्ण बात यह है कि जो देश को विकास की पटरी पर ले जा सकता है उसे आगे आने में कोई दिक्कत नहीं है। मूर्ति से पूछा कि क्या वह अपने पूर्व कॉलीग नंदन निलेकणि को यदि कांग्रेस आगे करती है तो सपोर्ट करेंगे। मूर्ति ने कहा कि उनके पास शानदार विजन हैं। मैंने उनकी किताब पढ़ी है और उसमें भी उनका शानदार विजन सामने आता है। ऐसे लोगों को आगे करना चाहिए।

नारायण मूर्ति ने कहा कि आज की तारीख में देश को हाई क्वॉलिटी और मजबूत नेतृत्व की जरूरत है। फिलहाल हम कई समस्याओं से जूझ रहे हैं। गरीबी और बेरोजगारी इनमें से प्रमुख समस्याएं हैं। हमें अजेंडा के साथ काम करना होगा। जीडीपी ग्रोथ और बिजनस ग्रोथ पर प्रमुखता से ध्यान देना होगा। मूर्ति ने कहा कि इस देश को विकास की पटरी पर लाने के लिए बहुत जरूरी है हाई क्वॉलिटी नेतृत्व को सत्ता मिले। जब उनसे पूछा गया कि लिडरशिप में आइडिया अहम है या व्यक्ति। इस पर नारायण मूर्ति ने कहा कि हम दोनों को पूरी तरह से अलग नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि एक अच्छा कम्यूनिकेटर ही मजबूत नेता हो सकता है। हम इतिहास में उन मजबूत नेताओं को देख सकते हैं जो कि शानदार कम्यूनिकेटर भी थे। महात्मा गांधी, जॉज वॉशिंगटन, अब्राहम लिंकन से विंस्टन चर्चिल तक लोगों से कम्यूनिकेट करते थे।

हमारे नेताओं को भी चाहिए कि वह लोगों तक पहुंचें। संवाद करें क्योंकि यह उनकी प्राइमरी जॉब है। उन्हें लोगों के भरोसे को जगाने की जरूरत है। जब मूर्ति से पूछा गया आप राहुल और मोदी में किसे बेहतर मानते हैं। इस पर मूर्ति ने कहा कि मैं राजनीतिक नहीं हूं और कौन बेहतर है इस पर मेरी टिप्पणी की कोई जरूरत नहीं है। मैं कोई फैसला नहीं दे सकता कि राहुल बेहतर हैं या मोदी। लेकिन हमें वैसे नेता को मौका देना चाहिए जो देश का विजन तय करने की क्षमता रखता है। जो लोगों से कम्यूनिकेट करता है। जो जीडीपी ग्रोथ रेट 9 पर्सेंट से ज्यादा ले जाने की कपैसिटी और विजन रखता है। यह ज्यादा महत्वपूर्ण है। यह तो हमारे नेता की न्यूनतम क्वॉलिटी होनी चाहिए।

बंगाली बाबाओं व ईसाई धर्मप्रसारकों के विरुद्ध एफआईआर पर कोई कार्यवाही नहीं

जादूटोना अधिनियम हिंदू विरोधी होने का डर सनातन संस्था ने पूर्व से ही स्पष्ट किया था । डा. दाभोलकर की मृत्युके पश्चात शीघ्रता से पारित किए अध्यादेश को १०६ दिन हो गए, प्रशासन ने अध्यादेश कठोर बनाने के नाम पर सारे अपराध ‘हस्तक्षेपवाले’ घोषित किए; किंतु इस कालावधि में जादूटोना तथा चमत्कारों का दावा करने वाले बंगाली बाबा तथा ईसाई धर्मप्रसारकों के विरुद्ध आई लिखित ७ परिवादों में कार्यवाही करना तो दूर; अभी तक पुलिस ने अपराध भी प्रविष्ट नहीं किए । 

अत: इस संदर्भ में प्रशासन स्पष्टीकरण दे तथा यदि यह अधिनियम सर्वधर्मियों हेतु समान हो, तो संबंधित व्यक्तियों पर अपराध प्रविष्ट कर उन पर तुरंत कार्यवाही करने की बात घोषित करे, हिंदू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे ने वार्ताकार परिषद में ऐसी मांग की । इस समय हिंदू विधिज्ञ परिषद के अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर उपस्थित थे ।

अधिवक्ता इचलकरंजीकर ने कहा, २६ अगस्त २०१३ को प्रशासन ने आपातकाल उत्पन्न होने जैसा संभ्रम उत्पन्न कर अध्यादेश कार्यान्वित कर यह अधिनियम महाराष्ट्र  के माथे पर थोप दिया । अध्यादेश की प्रस्तावना में भोंदू लोगों द्वारा होने वाले शोषण का प्रमाण भयानक होने की बात बताई गई है । वास्तव में अध्यादेश पारित होने से आज तक केवल १६ परिवाद प्रविष्ट हुए  हैं । इस अधिनियमानुसार प्रविष्ट अपराध अप्रतिभू सम्मत होने वाले तथा अदखलपात्र हैं । ऐसी स्थिति में ७ परिवादों पर अपराध भी प्रविष्ट न होना, इस अध्यादेश की असफलता है । 

हिंदू कालेज के ग‌र्ल्स होस्टल पर कर्मचारियों का कब्ज़ा छात्राएं किराए पर

बालिका शिक्षा का सरकारी दावा तार तार हो गया है। उच्च शिक्षा को लेकर बालिकाओं को आगे बढ़ाने के प्रयासों पर जर्जर संसाधन ही रोड़ा बन गए हैं। हिंदू कालेज का ग‌र्ल्स हास्टल इसकी नजीर है। कर्मचारियों में कब्जे वाले इस हास्टल में अब छात्राएं नहीं रुकती हैं। दर्द उन्हें है लेकिन सुनवाई कही नहीं है। कोई एमएसटी के सहारे तो कोई हर माह किराये के कमरे में रहने को मजबूर है।

ठंड का मौसम है। छात्राओं का कालेज आना भी मजबूरी है। सुबह टिफिन लेकर छात्राएं कालेज आती हैं और छोटे हो रहे दिन में वापसी की भी चिंता इन्हें सताती रहती है। इनके लिए हिंदू कालेज कैंपस में ही ग‌र्ल्स हास्टल बना है। तीस छात्राओं के मानक वाले इस हास्टल में वर्षों  से कोई रुका ही नहीं। बड़ा कारण असुरक्षा। टूटते प्लास्टर, उखड़ता फर्श और भी बहुत कुछ। शायद इसी का फायदा उठाया गया और यह हास्टल अब सिर्फ यहां की दीवारों पर ही लिखे श्लोगन में दिख जाता है। अंदर कर्मचारियों और ठेकेदारों के परिवार वालों का निवास बन चुका है। इनमें से तमाम हर माह मोटी रकम तनख्वाह के रूप में भी लेते हैं लेकिन किराया देना फितरत नहीं है। प्राचार्य डा. केए गुप्त कहते हैं कि रहने के लिए कोई आवेदन नहीं आया था। कब्जा है तो हटाया जाएगा और सही कराकर इसे इच्छुक छात्रा को आवंटित किया जाएगा।

शीतल, हिंदू कालेज में बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा हैं। प्रतिदिन चंदौसी से आती-जाती हैं। परीक्षा के समय महानगर में ही किराया का कमरा लेकर रहती हैं। कहती हैं कि ग‌र्ल्स हास्टल में रहने को तैयार हैं, लेकिन पहले सुरक्षा दें।

उमा, कालेज में एमए प्रथम वर्ष की छात्रा हैं। काशीपुर की रहने वाली हैं। महानगर में ही किराए के कमरे पर हैं। हर महीने दो से तीन हजार रुपये भी खर्च होते हैं। वह भी सुरक्षा मांग रही हैं।

राधा, कालेज में एमए अंतिम वर्ष की छात्रा हैं। यह जसपुर की हैं। कहती हैं कि कालेज आने के लिए लंबा सफर तय करना पड़ता है। रोज सौ-दौ सौ रुपये खर्च होते हैं। ग‌र्ल्स हास्टल में रहने का इंतजाम हो जाए रोज-रोज की दिक्कत खत्म हो जाती।

यह होना चाहिए इंतजाम:

- ग‌र्ल्स हास्टल में दो वार्डन की नियुक्ति होनी चाहिए
- छात्राओं की सुरक्षा के लिए एक चौकीदार की तैनाती।
- गेट पर भी हो सुरक्षा गार्ड की तैनाती।

हिंदू युवा वाहिनी के नेता की हत्या में अंडरवर्ल्ड का हाथ

हिंदू युवा वाहिनी के नेता राम मोहन गुप्ता की हत्या के पीछे अंडरवर्ल्ड का हाथ होने का खुलासा पुलिस टीम ने किया है। अंबेडकर नगर के एसपी सुनील सक्सेना ने बताया कि हत्याकांड की जांच से पता चला है कि यह मामला हिंदू नेताओं की हत्या की साजिश से जुड़ा है।

एसपी ने बताया कि इस हत्याकांड मे गिरफ्तार आरोपियों, दानिश, मुन्ना मास्टर और आरिफ के संबंध मुंबई से है और उन्हें सैफ नाम के माफिया डॉन ने हत्या की सुपारी दी थी। आरोपियों ने बताया कि काम पूरा होने पर उन्हें अच्छी-खासी रकम देने का वादा किया था, जबकि काम न होने की सूरत में उन्हें मारने की धमकी दी गई थी। 

अब पुलिस यह जानना चाहती है कि सैफ कौन है और उसका हिंदू नेताओं की हत्या कराने का मकसद क्या है। पुलिस ने बताया कि अंडरवर्ल्ड से जुड़ा सैफ टांडा कस्बे की रेकी कर गया था उसके बाद उसने हत्या के प्लान को अंजाम देने के लिए तीनों को सुपारी दी थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार टांडा कस्बे के हिन्दूवादी नेता सूर्यमणि और दीपक केडिया भी उनकी हिट लिस्ट मे है।

अब मामले के तार अंडरवर्ल्ड से जुड़ने के बाद एसपी एमएलए अजीमुल हक को क्लीन चिट मिलने के आसार है।

नगमा और जॉनी लिवर कर रहे ईसाइत का प्रचार विहिप छेड़ेगा आन्दोलन


विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने बॉलीवुड अभिनेत्री नगमा और जॉनी लिवर के खिलाफ आंदोलन शुरू करने की धमकी दी है। दोनों दलों का आरोप है कि ये दोनों ईसाइत का प्रचार कर रहे हैं तथा हिंदुओं का धर्मातरण कर रहे हैं।

वीएचपी नेता उमेश राणे ने आरोप लगाया कि बेस्ट की बसों व मुंबई रेलवे स्टेशन पर बड़े-बड़े होर्डिग लगे हैं। इनमें जॉली लिवर व नगमा के फोटो लगे हैं जिनमें वे ईसाइत का प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर वे जल्दी ही यह विज्ञापन नहीं रूकवाते हैं तो इन दोनों के घरों के बाहर हवन व आरती की जाएगी। एक न्यूज चैनल ने राणे के हवाले से कहा कि नगमा व जॉनी ख्रिश्चन मिशनरीज के साथ मिलकर काम कर रहे हैं तथा हिंदुओं का धर्मातरण करवा रहे हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि १८ कहानियों वाली एक किताब में दोनों एक्टर्स को यह कहते हुए दिखाया गया है कि ईसाई बनने के बाद से उनका जीवन ही बदल गया। अगर वे इसे नहीं रोकते हैं तो हम उन्हें पाठ पढ़ाएंगे।

150 वर्ष प्राचीन पीपल के पेड़ को काटने पर विहिप ने निकाली रोष रैली

चंबा के नगर पंचायत रिवालसर के वार्ड नंबर एक में पीपल का हरा पेड़ काटने पर विश्व हिंदू परिषद के तेवर सरकार व जिला प्रशासन के प्रति कड़े हो गए हैं। पिछले सप्ताह वन विभाग की ओर से बौद्धिक मंदिर से सटे प्राचीन पीपल के पेड़ पर कुल्हाड़ी चलाई गई थी। उक्त कार्य को वन विभाग ने गुपचुप तरीके से अंजाम देकर हिंदुओं की भावना से खिलवाड़ किया है।

इस मामले की भनक लगते ही क्षेत्र के एक दर्जन लोगों ने इस बाबत शिकायत स्थानीय पुलिस चौकी में दर्ज कराई है। इधर, इस मामले को लेकर विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश सचिव श्याम लाल कश्यप की अध्यक्षता में स्थानीय लोगों की एक आपात बैठक स्थानीय लोमश ऋषि मंदिर के प्रांगण में हुई और बुधवार को रोष रैली निकाली। यह रोष रैली लोमश ऋषि मंदिर परिसर से होकर नगर पंचायत कार्यलय व पुलिस चौकी रिवालसर तक निकाली गई। 

रैली में नगर पंचायत रिवालसर व वन विभाग सहित जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। विश्व हिंदू परिषद के वक्ताओं ने कहा कि काटे गए पीपल पेड़ के टयाले के नाम राजस्व विभाग के खसरा नंबर 1081 पर आधा बिस्वा जमीन दर्ज है तथा कम से कम 150 वर्ष पहले के पीपल के पेड़ की बलि देने की किसी को क्या जरूरत पड़ी थी। 

उन्होंने स्पष्ट किया है कि विहिप की किसी से कोई द्वेष नहीं है। उन्होंने मांग की है कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह उक्त मामले में व्यक्तिगत तौर पर हस्तक्षेप कर पीपल के टयाले पर हुए अवैध अतिक्रमण को हटाकर वहां पीपल का नया पौधा रोपित कराए तथा उपरोक्त मामले में आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएं।

पाकिस्तानी हिन्दुओं ने मानवाधिकार दिवस पर अपने अधिकारों की मांग की

अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के मौके पर पाकिस्तान से आए सैकड़ों हिंदू रिफ्यूजीयों ने अपने अधिकारों की मांग को लेकर दिल्ली स्थित संयुक्त राष्ट्र संघ के कार्यालय पर प्रदर्शन किया। हिंदू सेना की अगुवाई में रिफ्यूजी ने बंटवारे के बाद पाकिस्तान में हिंदूओं की दशा को सुधारने की मांग की।

धरने को संबोधित करते हुए हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने कहा कि देश के बंटवारे के बाद पाकिस्तान में 23 फीसद हिंदू थे। आज वहां मात्र 2 फीसद रह गए हैं। ये सभी अल्पसंख्यक हिंदू खौफ के साए में जी रहे हैं। करीब तीन हजार हिंदू रिफ्यूजी भारत में अधिकार व सुविधाओं के अभाव में रह रहे हैं। ऐसे में पाकिस्तान के बाद अब भारत में भी उनके मानव अधिकारों का हनन हो रहा है।

अधिकारों की मांग करते हुए प्रदर्शनकारियों ने लोधी रोड स्थित संयुक्त राष्ट्र संघ के कार्यालय पर प्रदर्शन किया। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं व बच्चे भी शामिल थे।

हिंदुत्व का विरोध करने वाले ही सांप्रदायिक हैं - कल्याण सिंह

हिंदुत्व का विरोध करने वाले ही सांप्रदायिक हैं। हिंदू व हिंदुत्व ही सही मायनों में धर्मनिरपेक्ष हैं। सांप्रदायिक तो वे हैं जो तुष्टीकरण करते हैं। हिंदुत्व जो भारत का जीवन दर्शन और प्राणतत्व है, उसमें सबका विकास समाहित है, पर गंदी राजनीति के दौर में तमाम दल अपने पापों पर परदा डालने के लिए कथित धर्मनिरपेक्षता का नकाब पहन ले रहे हैं। अब नकाब उतरने के बाद इनका असली चेहरा जनता के सामने है। मुजफ्फरनगर इसका हालिया सबूत है

ये बातें प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने कही। वे मंगलवार को गोरखपुर में महाराणा प्रताप (एमपी) इंटर कालेज में एमपी शिक्षा परिषद संस्थापक समारोह के समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे।

उन्होंने कहा कि मेरे जीवन में राम, खेती और शिक्षा का सर्वाधिक महत्वपूर्ण स्थान रहा है। करोड़ों हिंदुओं की तरह भगवान श्रीराम मेरे भी आराध्य हैं। मेरे जीते जी अयोध्या में भव्य राम मंदिर बने, यह मेरा सपना है। राम मंदिर भारतीय संस्कृति का श्रेष्ठतम प्रतिमान है। यह हिंदू जीवन दर्शन का स्रोत है। इसका विरोध देश की संस्कृति, दर्शन और राष्ट्रीयता का विरोध है।

उन्होंने कहा कि किसान का बेटा होने के नाते जो किसान मौसम की मार सहकर औरों का पेट भरते हैं, उनकी दुर्दशा भी मुझे सालती है। बचपन से ही मैं शिक्षक बनना चाहता था। बना भी। देश की भावी पीढ़ी के निर्माण का एक मात्र जरिया शिक्षा और उससे मिले संस्कार ही हैं। एमपी शिक्षा परिषद द्वारा इस क्षेत्र में किया जा रहा काम बेहद सराहनीय है।

गोरक्षपीठ के उत्तराधिकारी और सांसद योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संत के जीवन का एक मात्र लक्ष्य मोक्ष होता है, पर ब्रह्मालीन महंत दिग्विजयनाथ संत होते हुए भी देश और समाज के लिए पूरी तरह समर्पित थे। अपने समय में उन्होंने हर क्षेत्र में अपनी अमिट छाप छोड़ी। शिक्षा के क्षेत्र में बेहद पिछड़े पूर्वाचल में ज्ञान के प्रकाश के लिए उन्होंने 1932 में जिस परिषद की स्थापना की वह वट वृक्ष बन चुका है। गोरखपुर विश्वविद्यालय की स्थापना में भी उनका महत्वपूर्ण स्थान था। हर साल पूरी भव्यता के साथ संस्थापक समारोह मनाकर हम उन संकल्पों को दोहराते हैं, जिसे ब्रह्मालीन महंत दिग्विजयनाथ ने लिया था। शिक्षा, चिकित्सा और हिंदुत्व के लिए पीठ की परंपरा जारी रहेगी यह मेरा संकल्प है। अध्यक्षता गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ ने की।

आभार पूर्व कुलपति प्रो.यूपी सिंह ने जताया जबकि संचालन डा. श्रीभगवान सिंह ने किया।

अमेरिका में बीयर की बोतल पर भगवान् शिव का नाम और चित्र से हिन्दुओ में उबाल

अमेरिका के नॉर्थ केरोलिना राज्य स्थित एशविल्ले की ‘एशविल्ले ब्रीविंग कंपनी’ की बोतल पर भगवान शिव की प्रतिमांकित बियर का विक्रय रोका जाए, यहां के संतप्त हिंदुओं ने ऐसी मांग की है । ‘शिव’ नामकी इन बियर बोतलों पर नटराज के रूप में भगवान शिव की प्रतिमा छाप दी गई है । 

हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं का अनादर करने वाला यह कृत्य पूर्णतया अनुचित है । इस प्रकार व्यापारीकरण हेतु हिंदुओं के देवताओं का उपयोग करना सर्वथा अनुचित है, अत: इससे हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं पर आघात हो रहे हैं, अमेरिका के प्रसिद्ध हिंदू नेता श्री. राजन जेदने एक आवेदन द्वारा ऐसी प्रतिक्रिया व्यक्त की है ।

हिंदू धर्ममें आदरपूर्वक भगवान शिवकी पूजा की जाती है । भगवान शिव का स्थान मंदिर अथवा ‘देवघर’ है । व्यापारी स्वार्थ से बियर का विक्रय करने हेतु भगवान शिव का उपयोग करना अनुचित है, ऐसा श्री. जेद ने कहा है । किसी भी धर्म के देवता की प्रतिमा ऐसी अनुचित पद्धति से उपयोगमें नहीं लानी चाहिए, ऐसा श्री. जेदने कहा है ।

भगवान शिव की प्रतिमांकित बियर का विक्रय करने वाले एरशविल्ले ब्रीविंग कंपनी हिंदुओं से क्षमायाचना करे तथा इस बियर का विक्रय तुरंत रोके, इस आवेदन में ऐसी मांग की गई है ।

Join our WhatsApp Group

Join our WhatsApp Group
Join our WhatsApp Group

फेसबुक समूह:

फेसबुक पेज:

शीर्षक

भाजपा कांग्रेस मुस्लिम नरेन्द्र मोदी हिन्दू कश्मीर अन्तराष्ट्रीय खबरें पाकिस्तान मंदिर सोनिया गाँधी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ राहुल गाँधी मोदी सरकार अयोध्या विश्व हिन्दू परिषद् लखनऊ जम्मू उत्तर प्रदेश मुंबई गुजरात दिग्विजय सिंह मध्यप्रदेश श्रीनगर स्वामी रामदेव मनमोहन सिंह अन्ना हजारे लेख बिहार विधानसभा चुनाव बिहार लालकृष्ण आडवाणी मस्जिद स्पेक्ट्रम घोटाला अहमदाबाद अमेरिका नितिन गडकरी सुप्रीम कोर्ट चुनाव पटना भोपाल कर्नाटक सपा सीबीआई आतंकवाद आतंकवादी पी चिदंबरम ईसाई बांग्लादेश हिमाचल प्रदेश उमा भारती बेंगलुरु केरल अरुंधती राय जयपुर पंजाब इस्लामाबाद उमर अब्दुल्ला डा़ प्रवीण भाई तोगड़िया धर्म परिवर्तन महाराष्ट्र सैयद अली शाह गिलानी हिन्दुराष्ट्र अरुण जेटली मोहन भागवत राष्ट्रमंडल खेल वाशिंगटन शिवसेना इंदौर गंगा दवा उद्योग हिंदू कश्मीरी पंडित गोधरा कांड बलात्कार भाजपायूमो मंहगाई यूपीए साध्वी प्रज्ञा सुब्रमण्यम स्वामी चीन बी. एस. येदियुरप्पा भ्रष्टाचार शिवराज सिंह चौहान हिंदुत्व हैदराबाद इलाहाबाद काला धन गौ-हत्या चंडीगढ़ चेन्नई तमिलनाडु नीतीश कुमार शीला दीक्षित सुषमा स्वराज हरियाणा अशोक सिंघल कोलकाता जन लोकपाल विधेयक नई दिल्ली नागपुर मायावती मुजफ्फरनगर मुलायम सिंह रविशंकर प्रसाद स्वामी अग्निवेश अखिल भारतीय हिन्दू महासभा आजम खां उत्तराखंड फिल्म जगत ममता बनर्जी लालू यादव अजमेर प्रणव मुखर्जी बंगाल मालेगांव विस्फोट विकीलीक्स अटल बिहारी वाजपेयी आशाराम बापू ओसामा बिन लादेन नक्सली अरविंद केजरीवाल एबीवीपी कपिल सिब्बल क्रिकेट तरुण विजय तृणमूल कांग्रेस बजरंग दल बसपा बाल ठाकरे राजिस्थान वरुण गांधी वीडियो सोहराबुद्दीन केस हरिद्वार असम गोवा मनीष तिवारी शिमला सिख विरोधी दंगे सिमी इसराइल एनडीए कल्याण सिंह पेट्रोल प्रेम कुमार धूमल सैयद अहमद बुखारी अनुच्छेद 370 जदयू भारत स्वाभिमान मंच हिंदू जनजागृति समिति आम आदमी पार्टी विडियो-Video हिंदू युवा वाहिनी कोयला घोटाला मुस्लिम लीग छत्तीसगढ़ हिंदू जागरण मंच सीवान
registration for Z.com Research India

लोकप्रिय ख़बरें

ख़बरें और भी ...

राष्ट्रवादी समाचार. Powered by Blogger.

नियमित पाठक