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बार्इं ओरसे श्री. रमेश शिंदे, श्री. प्रमोद मुतालिक, श्री. रवीश तंत्री कुंटारू, पू. सेवालाल स्वामी, दीपप्रज्वलन
करते समय प.पू. सिद्धलिंग शिवाचार्य महास्वामी, श्री श्री प्रणवानंद स्वामी, श्री श्री दंडपाणि दीक्षित स्वामी एवं श्री सिद्धलिंग स्वामी |
हुबळी में ८ नवंबरको संतोंकी वंदनीय उपस्थिति में कर्नाटक राज्यस्तरीय प्रथम ‘हिंदू अधिवेशन’का आरंभ दीपप्रज्वलन से किया गया । इस शुभ अवसर पर प.पू. सिद्धलिंग महास्वामी (नरगुंद), पू. सेवालाल स्वामी, पू. प्रणवानंद स्वामी (कार्यदर्शी, हिंदू महासभा), श्री श्री दंडपाणि दीक्षित स्वामी (सौदत्ती), श्री सिद्धलिंग शिवाचार्य स्वामी (नरगुंद), श्री. रवीश तंत्री कुंटारू (हिंदू ऐक्य वेदिके (हिंदू ऐक्य मंच)), श्री. प्रमोद मुतालिक (श्रीराम सेना) एवं श्री. रमेश शिंदे (राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिंदू जनजागृति समिति ) उपस्थित थे । हिंदू जनजागृति समितिके राज्य प्रवक्ता श्री. मोहन गौडाने अधिवेशनका उद्देश्य बताया । साथ ही प.पू. डॉ. आठवलेद्वारा अधिवेशनके लिए भेजा गया संदेश पढकर सुनाया । अधिवेशनके प्रथम दिन ही १६० हिंदूनिष्ठ उपस्थित थे ।
‘हिंदू राष्ट्र’में अन्य पंथियोंपर कभी अन्याय नहीं होगा ! - रमेश शिंदे
हिंदुओं का संगठन, समान कृत्य कार्यक्रम का आयोजन तथा हिंदुओं का दिशादर्शन करना, ऐसा व्यापक दृष्टिकोण रखकर यह अधिवेशन आयोजित किया गया है । उसी प्रकार वर्ष २०१४ के चुनावों की दृष्टि से हिंदुओं के लिए नीति निश्चित की जाएगी । यह सब इस अधिवेशन के माध्यम से प्राप्त करना है । मंत्रियों को देशप्रेम के लिए प्रतिज्ञा करनी पडती है; परंतु हिंदू देशप्रेमी होने के कारण उन्हें कोई प्रतिज्ञा नहीं करनी पडती । ‘हिंदू राष्ट्र’ अन्य पंथियोंपर कभी अन्याय नहीं करेगा । ‘हिंदू राष्ट्र’में किसी प्रकारका जातीय अंतर नहीं, अपितु समान अधिकार होगा ।
सहस्रों सूचनापत्रों के आनेपर भी श्रीराम सेना एवं हिंदू जनजागृति समिति भयभीत नहीं होगी ! - प्रमोद मुतालिक
आज ‘हिंदू अधिवेशन’ हो रहा है, तो इस संदर्भ में सरकार द्वारा सूचना पत्र भेजा जा रहा है । यदि मौलवी अथवा ईसाईयों की सभा आयोजित की गई, तो सूचनापत्र नहीं दिया जाता, क्योंकि उन्हें सोनिया गांधी का आधार होता है । आज एक नहीं, अपितु सहस्रों सूचनापत्र आए, तो भी श्रीराम सेना अथवा हिंदू जनजागृति समिति भयभीत नहीं होगी । वर्तमान समय में ऐसा संदेह होता है, मानो सुशीलकुमार शिंदे पाकिस्तान के गृहमंत्री हों । आजकल मेरे नाम की भी बुराई की जा रही है । मेरे कार्यालय का, बेलगांव से हुबळी, स्थानांतर करते समय ४-५ घरमालिकों ने मुझे अपना घर भी किराए पर नहीं दिया । हमारे एक अन्य कार्यकर्ता के नाम से मुझे वह लेना पडा । सरकार हिंदूनिष्ठों की मानहानि कर रही है । मैं एक हिंदू गुंडा हूं, इस प्रकार का वातावरण उत्पन्न किया गया है ।
प्रत्येक घरसे सैनिक उत्पन्न करें ! - पू. सेवालाल स्वामी
युवकों को धर्माभिमानी एवं देशाभिमानी होना चाहिए । इसके लिए अपनी शिक्षा व्यवस्था में शूर तथा राष्ट्रपुरुषों के आदर्श वाले पाठ पढाए जाने चाहिए । प्रत्येक घर से सैनिक उत्पन्न होने चाहिए । हिंदुओं की धार्मिक आस्थाएं आहत न हों इस हेतु कानून एवं सुरक्षाकी व्यवस्था करनी चाहिए ।
हिंदुओंको संस्कारोंकी आवश्यकता ! - श्री. रवीश तंत्री कुंटारू
लोगों में जागृति करना ही अपना कार्य है । हिंदुओंको संस्कारों की शिक्षा न रहने के कारण वे शाप से ग्रासित हो गए हैं । उनकी दुरवस्था हो गई है । इसलिए उन्हें संस्कारों की शिक्षा देना आवश्यक है ।