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पार्टी प्रवक्ता निर्मला सीतारमन ने यहां कहा कि जम्मू-कश्मीर मुद्दे के समाधान में मदद के लिए दिलीप पाडगांवकर के नेतृत्व में गठित वार्ताकारों के समूह ने श्रीनगर की अपनी पहली ही यात्रा के दौरान कश्मीर मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण कर दिया है। उन्होंने कहा कि पाडगांवकर ने वहां पंहुचने पर मीडिया से कहा कि हम कश्मीर मुद्दे का स्थाई समाधान तलाशने आए हैं। लेकिन पाकिस्तान को शामिल किए बिना स्थाई समाधान संभव नहीं है। पाकिस्तान को शामिल करना ही होगा।
सीतारमन ने प्रधानमंत्री से सवाल किया, वार्ताकार किस पाकिस्तान आयाम की बात कर रहे हैं? उन्होंने कहा, वार्ताकारों की उक्त टिप्पणी से आभास हो रहा है कि वे पाकिस्तान के इस रुख को उपयुक्त बता रहे हैं कि कश्मीर एजेंडा अभी पूरा होना बाकी है। साथ ही पैनल इस मुद्दे पर अलगाववादी हुर्रियत के तर्को को भी आगे बढ़ा रहा है।
प्रधानमंत्री कार्यालय से भाजपा प्रवक्ता ने इस बात का तुरंत स्पष्टीकरण देने की मांग की कि क्या वार्ताकारों ने उन्हें दी गई हिदायातों की सीमा में काम किया है या उसे लांघा है।
पडगांवकर के नेतृत्व में तीन सदस्यीय इस पैनल का गठन किए जाने के बाद वह कल शनिवार को पहली बार कश्मीर पंहुचा। वह एक हफ्ते वहां रहेगा।
सीतारमन ने कहा इसमें कोई संदेह नहीं कि यह पैनल नागरिकों के विभिन्न समूहों से उनके विचार जानने की व्यापक कसरत करेगा। लेकिन ऐसी शुरूआत करने से पहले ही उक्त टिप्पणियां करके वह प्रक्रिया का अनावश्यक अंतरराष्ट्रीयकरण कर रहा है।
उधर, पत्रकार दिलीप पडगांवकर ने कहा कि घाटी के लोग मीठे शब्दों और लंबे चौड़े वादों के बजाय स्पष्ट बातचीत चाहते हैं। पडगांवकर ने कहा कि हमें आए हुए महज एक दिन हुआ है लेकिन हमारा शुरूआती आकलन यह है कि लोग बातचीत चाह रहे हैं। मैं इस समूह या उस समूह की बात नहीं कर रहा। मैं जनता के एक हिस्से की बात कर रहा हूं जिनसे हम मिले हैं। पडगांवकर ने कहा कि कश्मीर का मुद्दा स्वभाव में राजनीतिक है आर्थिक नहीं।
पडगांवकर ने कहा कि हम कल दो घंटे से अधिक समय तक केंद्रीय जेल में रहे और नियंत्रण रेखा के आसपास से आने वाले उग्रवादियों से मुलाकात की। वे हमसे बातचीत करना चाहते थे और हम फिर उनसे मिलने जाएंगे।
वार्ताकारों से बातचीत के बहिष्कार की हुर्रियत के कट्टरपंथी नेता सैयद अली शाह गिलानी की अपील पर पडगांवकर ने कहा कि हमारा यह दल पहले यहां आए लोगों से अलग है। जब पडगांवकर से पूछा गया कि क्या वे उग्रवादियों से बातचीत करेंगे तो उन्होंने कहा कि वे सभी से बातचीत करेंगे।
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