मुसलमानों के वोटों के लिए कांग्रेस के संसद सदस्य मिलिंद देवरा ने मस्जिद की पक्की छत पर ही भोजन करने का निर्णय लिया था । छत पर जूते पहनकर जाने का प्रयास करने वाले देवरा को मुसलमानों ने रोका एवं उन्हें मस्जिद में ही बंदी बना लिया ।
१. नागपाडा के मस्तान बांध क्षेत्र के संत्रान मस्जिद में शाम के समय लोग नमाज हेतु इकट्ठे होते थे; किंतु उसी समय संसद सदस्य देवरा ने भोजन का प्रबंध किया था । वैसे इन कांग्रेस के लोगो ने कभी हिंदुओ के लिए भी भोजन का प्रबंध किया होगा?
२. इस भोजन के लिए अल्पसंख्यक विकास मंत्री नसीम खान, अमीन पटेल तथा मधु चव्हाण कांग्रेस के नेता भी उपस्थित थे । मस्जिद के मौलवी भी इस भोजन के लिए उपस्थित थे ।
३. ये सर्व नेता जूते पहनकर मस्जिद की पक्की छत पर घूम रहे थे । यह सूचना प्राप्त होते ही मुसलमान क्रोधित हुए । (अगर यह किसी मंदिर की छत पर हो रहा होता तो कितने हिन्दुओं को क्रोध आता ?) और वे छत पर पहुंचे । वहां भोजन की व्यवस्था देखकर मुसलमान और भी अधिक क्रोधित हुए ।
४. मुसलमानों ने नेताओं को फटकारना प्रारंभ किया । हमारे प्रार्थनास्थल पर आपने जूते पहनकर प्रवेश किया ही कैसे ? मस्जिद में भोजन का प्रबंध कैसे किया ?, इस प्रकार के प्रश्न पूछते ही नेता मंडली संभ्रमित हो गई ।
५. मौखिक विवाद का रूपांतर धक्कामुक्की में भी शुरू हो गया । कुछ समय में ही मस्जिद के बाहर मुसलमान और अधिक संख्या में इकट्ठे होने शुरू हो गए ।
६. इस बात का पता चला है कि इस झुंड ने मिलिंद देवरा को फटकार के साथ धक्कामुक्की भी की । नसीम खान एवं अमीन पटेल को भी झुंड के इस क्रोध का सामना करना पडा ।
७. अंत में पुलिस के बीच में आने के कारण झुंड के चंगुल से मुक्त हो कर ये नेता वहां से भाग गए ।
कांग्रेस के राजनेताओं ने अब मुसलमानों की चापलूसी बंद नहीं की, तो आज उन्हें भाग दौड कराने वाले ये मुसलमान कल क्या करेंगे, इसका विचार कर उन्हें अभी ही सावधान हो जाना चाहिए !
हिंदुओं के तिरुपति मंदिर में ईसाई नेता जगनमोहन रेड्डी जूते पहनकर, तो शीला दीक्षित केरल के मंदिर में मोजा पहनकर जाती हैं तो उस समय निष्क्रिय हिंदु केवल देखते ही रहते हैं !
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