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इस्तीफ़ा देते हुए इन विधायकों ने अपने भाग्य का फ़ैसला पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व पर छोड़ दिया है.भाजपा विधायक दल के उपनेता जुगल किशोर शर्मा ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, "हम सभी विधायकों ने अपना इस्तीफ़ा पार्टी हाईकमान को भेज दिया है. हमने उनसे अपील की है कि वे इसकी जाँच करें या उनके भाग्य का फ़ैसला करें.
"भाजपा के 11 विधायकों में से सात ने सत्तारुढ़ नेशनल कॉन्फ़्रेंस-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवारों के पक्ष में मत डाले.
मतदान इन चुनावों में भाजपा के एकमात्र उम्मीदवार रंजीत सिंह को सिर्फ़ चार वोट मिले विधान परिषद के छह सीटों के चुनाव में से पाँच पर नेशनल कॉन्फ़्रेंस-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार विजयी हुए हैं. जुगल किशोर शर्मा ने इसे बहुत शर्मनाक और पार्टी पर काला धब्बा बताया है.
उन्होंने बताया कि सभी विधायकों ने अपना इस्तीफ़ा विधानसभा अध्यक्ष को संबोधित करके लिखा है, लेकिन अभी इसे राज्य के प्रभारी महासचिव ओपी कोहली और महासचिव जेपी नढा को भेजा है ताकि या तो वे इस मामले की जाँच करें या फिर ये त्यागपत्र विधानसभा अध्यक्ष के पास भेज दें.
विधानसभा में भाजपा के चीफ़ व्हीप अशोक खजुरिया ने आरोप लगाया कि पार्टी के सभी विधायक पैसे और अन्य फ़ायदों के लिए बिक गए.
अशोक खजुरिया ने सभी विधायकों को पार्टी उम्मीदवार के पक्ष में मत डालने के लिए व्हीप जारी किया था
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