कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया है कि मध्य प्रदेश में आरएसएस और बीजेपी के बड़े नेता समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट के तीनों आरोपियों की मदद करते रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि सुनील जोशी संघ के बड़े नेताओं को ब्लैकमेल कर रहा था और इस वजह से उसकी हत्या कर दी गई। इन्हीं कारणों से उसके दोस्त रामेश्वर कलोता की भी हत्या की गई।
उन्होंने आरोप लगाया कि सुनील जोशी संघ के बड़े नेताओं को ब्लैकमेल कर रहा था और इस वजह से उसकी हत्या कर दी गई। इन्हीं कारणों से उसके दोस्त रामेश्वर कलोता की भी हत्या की गई।
उन्होंने मामले से जुड़े संदीप डांगे, रामजी कलसांगरा और अश्विनी चौहान की भी हत्या की आशंका जताई।
सिंह के मुताबिक भाजपा नेताओं के इशारे पर सारी घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है।
सिंह ने रविवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में आरोप लगाया कि हत्या की इन घटनाओं में मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार पूरी तरह से लिप्त है। यही कारण है कि समझौता एक्सप्रेस विस्फोट के समय मप्र सरकार ने हरियाणा पुलिस की मदद नहीं की। यदि तब हरियाणा पुलिस को मदद दी जाती, तो अभी तक सभी आरोपी गिरफ्त में होते।
सिंह के मुताबिक,आरोपियों को बचाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के निवास पर बैठक हुई थी। इसमें तय किया गया कि बाहरी एजेंसी को मदद नहीं की जाए।
गौरतलब है कि स्वामी असीमानंद ने हाल में अपने इकबालिया बयान में कहा था कि समझौता एक्सप्रेस,मक्का मदीना मस्जिद,अजमेर शरीफ दरगाह और मालेगांव में हुए विस्फोटों के पीछे संघ कार्यकर्ताओं का हाथ है। इनमें सुनील जोशी, डांगे, कलसांगरा आदि भी जुड़े रहे हैं।
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