राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन में भ्रष्टाचार के विवादों से निपटने से पहले ही महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण का आदर्श सोसायटी कांड में फंसना कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। लेकिन पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए भ्रष्टाचार जैसे अहम मुद्दे जिक्र तक नहीं किया।
कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को उम्मीद थी कि पार्टी अध्यक्ष अपने संबोधन में पार्टी की छवि और सार्वजनिक जीवन में भ्रष्टाचार की समस्या पर चिंता जाहिर कर सकती हैं जबकि सोनिया ने इसके उलट पार्टी द्वारा किए गए कार्यों का गुणगान करते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं से कांग्रेस की राजनैतिक जमीन को और मजबूत करने का आह्वान किया।
सोनिया गांधी ने अपने भाषण में यूपीए सरकार द्वारा शुरु की गई योजनाओं का हवाला देते हुए राज्य सरकारों पर इन योजनाओं को सही से लागू न करने का आरोप लगाया। सोनिया ने कहा कि केंद्र द्वारा बनाई गई कल्याणकारी योजनाओं का श्रेय तो राज्य सरकारे ले लेती हैं लेकिन इन योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करने की जिम्मेदारी से बचती रहती है।
सोनिया ने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली ठीक से चलाना, कालाबाजिरियों, सटोरियों के खिलाफ कार्रवाई करना राज्यों की जिम्मेदारी है। प्रत्येक कांग्रेसी राज्यों पर अपने काम करने के लिए दवाब बनाए। कश्मीर में हुई हिंसा पर वेदना प्रकट करते हुए सोनिया ने कहा कि कश्मीर में हमारे सामने नया संकट है, पिछले कुछ महीनों में जो कुछ हुआ वो पीड़ादायक है।
सोनिया ने कहा कि कश्मीर की सरकार से जो लोग भी असंतुष्ट हैं मैं उनसे आग्रह करती हूं कि वो सरकार पर विश्वास करे। शांति बहाल करने का एक मौका दें और एक बेहतर भविष्य की बुनियाद रखने की कोशिश करे। सोनिया गांधी ने कहा कि अयोध्या विवाद में इलाहबाद हाईकोर्ट के फैसला किसी भी रूप में बाबरी मस्जिद को गिराए जाने के न्यायिक नहीं ठहराता है।
बाबरी को गिराना शर्मनाक और आपराधिक कृत्य था। जो लोग भी इसमे शामिल थे उन्हें सजा अवश्य मिलेगी। सोनिया ने कहा कि वो सबसे ज्यादा बढ़ रही महंगाई से चिंतित हैं। आंकड़ों के कुछ भी कह सकते हैं लेकिन देश का आम आदमी जब दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष करता है तो दुख होता है। महंगाई घटाने और विकास का सही अर्थों में मतलब यही है कि देश के आम नागरिकों का जीवन बेहतर हो।
सोनिया ने कहा कि हम उस संगठन के कार्यकर्ता हैं जिसने आधुनिक भारत की बुनियाद डाली है। हमारी पार्टी ने देश को एक मजबूत धागे से जोड़े रखा है। एक मजबूत और सेक्यूलर भारत बनाया है। एक ऐसा भारत जिसकी आज दुनिया में खास जगह है। सोनिया ने कहा कि देश में ऐसी कोई दूसरी पार्टी नहीं है जो हर गांव, हर कस्बे और हर मोहल्ले में मौजूद हो। हम सिर्फ एक कारगर चुनावी मशीन नहीं बने रह सकते जो केवल चुनाव के समय ही काम करना शुरु करती है। बल्कि हमे हमेशा काम करते रहना है।
सोनिया गांधी ने आने वाले समय में होने वाले विधानसभा चुनावों पर जोर दिया और पार्टी कार्यकर्ताओं से अभी से सक्रिय हो जाने की अपील की। सोनिया ने कहा कि हमने कई राज्यों में दूसरी पार्टियों के साथ तालमेल बनाया है। हम अन्य पार्टियों का सम्मान करते हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि हम अपनी पार्टी की ताकत को बढ़ाना या राजनीतिक जगह बनाना छोड़ दे। हमे दस राज्यों में चुनावों का सामना करना है। यह कांग्रेस के लिए इम्तेहान है। हमे मिलकर इसका सामना करना है। अच्छे उम्मीदवारों का चयन हो, सही ढंग से प्रचार हो हमे इसकी व्यवस्था करनी है। अंत में सोनिया ने कहा कि कांग्रेस के प्रत्येक कार्यकर्ताओं को समाज के कमजोर वर्गों के जीवन में सुधार करने के प्रयास करने है। देश के आम नागरिक का विकास ही कांग्रेस का विकास है।
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