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रामदेव ने हरिद्वार के शंकराचार्य चौक पर अपने साथियों तथा अन्य साधू संतों के साथ बैठकर लोहारी नागपाला जल विद्युत परियोजना को तुरन्त स्थगित किये जाने की मांग की और कहा कि गंगा भारत का ओस्तत्व है और भारत के ओस्तत्व के साथ खिलवाड बर्दाश्त नही किया जायेगा.
रामदेव ने गंगा की अविरल धारा को बहने देने की मांग करते हुए कहा कि गंगा पर राजनीति करना छोड दे. अन्यथा संतों को कठोर कदम उठाने पर मजबूर होना पडेगा. स्वामी रामदेव के साथ बडे अखाडे के महंत राजेन्द्र दास, विश्व हिन्दु परिषद के नेता राजेन्द्र पंकज ओद भी धरने पर मौजूद थे.
I M WITH U BABA JI.........BHARAT MATA KI JAI...........GANGA MATA KI JAI........
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